January 10, 2025

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छत्तीसगढ़ की माताओं की बात भी सुन लीजिए आलमपनाह, प्रदेश की जनता पूछ रही है- अरुण साव

यूपी के लिए भूपेश जी का प्रेम अद्भुत है, ये प्रेम प्रदेशवासियों को कब मिलेगा मुख्यमंत्री जी-अरुण साव

भूपेश बघेल के ट्वीट पर अरुण साव ने दिया करारा जवाब, वीडियो पोस्ट कर कहा हमर छत्तीसगढ़िया दाई बहिनी मन ला घलाव सुन लेते

 

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश की राजनीति के आधार पर भाजपा को घेरने में काफी सक्रिय हैं। लखीमपुर के किसानों का विडीयो पोस्ट कर भाजपा को घेर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पूर्व में उनके द्वारा लखीमपुर के किसान को दिए 50 लाख वाले मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने घेर दिया। उन्होंने कहा यूपी में 50-50 लाख दे आते हैं तो कभी वहां के किसानों की बात करते हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने आज UP के किसानों को लेकर ट्वीट किया था। भूपेश ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा है “जवाब देंगे जनाब?” उत्तरप्रदेश के किसानों को लेकर cm बघेल के पूछे गए सवालों पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने भी रिपोस्ट करते हुए करारा कटाक्ष किया है। साव ने लिखा है-

“कहां बात-बात में यूपी निकल जाते हैं “आलमपनाह”!

लखीमपुर (यूपी) से आपका प्रेम अद्भुत है, कभी 50 लाख बांट आते हैं, कभी उनका दुखड़ा रोते हैं!

ये प्रेम छत्तीसगढ़ की जनता को,पाटन की जनता को,बीरनपुर के भुनेश्वर साहू को क्यों नहीं मिला?

हमर छत्तीसगढ़िया दाई-बहिनी मन ला घलाव सुन लेतेस!”

अरुण साव ने वीडियो ट्वीट किया है जिसमें बुजुर्ग महिला छत्तीसगढ़ की हालत बताने का प्रयास कर रही है। बुजुर्ग बता रही है कि छत्तीसगढ़ में शराब बंदी का वादा करके सत्ता में आई आलमपनाह की सरकार अपने वादों से मुकर गयी। आज छत्तीसगढ़ के कोने कोने- गली गली में शराब बेचने का काम हो रहा है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को UP के राजनीति में काफी दिलचस्पी होने लगी है। कुछ राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अब छत्तीसगढ़ में आलमपनाह के दिन पूरे हो चुके हैं। वैसे भी कांग्रेस के टिकिट वितरण में यह देखने को मिला है कि आलमपनाह के उड़ते हुए पतंग के रस्सी को काटने का काम किया गया है। सुनने में आया है कि बघेल के सलाहकार उन्हें कुछ ज्यादा ही हवा में उड़ाने लगे थे। उन्हें इतना उड़ा दिए थे कि राष्ट्रीय नेता के तौर पर प्रस्तुत किया जाने लगा था। आलमपनाह का भी वजीरे आला बनने का सपना जाग गया था।

खैर कांग्रेस पार्टी में एक ही वजीरे आला है। जिसने कांग्रेस में नेताओं की पूरी पीढ़ी समाप्त कर दी। ऐसे वरिष्ठ नेता से आगे निकलने की सोचना छत्तीसगढ़ के आलमपनाह को भारी पड़ गया।